बहनों ने भाइयों को राखी बांध लीया रक्षा का वचन
समय व्यूज गौरव प्रजापति
कानपुर नगर, बहनों ने भाइयों को राखी बांध लीया रक्षा का वचन आपको बताते चले सोमवार को भाई और बहन के प्यार का प्रतीक रक्षा बंधन का पावन पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस उपलक्ष्य में दुकानदारों ने दिनभर अपनी दुकानों को बाजारों में सुंदर राखियों से सजाए रखा। जिससे आस पास क्षेत्र की महिलाओ ने राखियो की खरीदारी की जिससे बाजारों में अधिक भीड़ भाड़ रही। रात्रि 2 बजे भद्रा शुरु हुई और दोहपर 1:28 मिनट तक भद्रा खत्म हुई। जिससे महिलाओं ने दोपहर 1:29 के बाद से ही अपने भाई की कलाई
पर राखी बांधने का सिलसिला शुरू हो गया जो शाम तक जारी रहा। .छोटे बच्चों में भी राखी के पर्व को लेकर उत्साह दिखाई दिया छोटी बच्चियों ने भी अपने भाईयों को राखी बांधी। बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी तो भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देकर जीवनभर उनकी रक्षा करने का वचन दिया। त्योहार के
दिन सुबह से ही बाजार में राखी और मिठाइयों की दुकान पर लोगों की भीड़ उमड़ी रही। देर शाम तक बाजार में लोगों की खरीदारी के लिए चहल-पहल देखी गई। राखी के साथ ही कपड़े, साड़ियां और अन्य सामग्री खरीदने के लिए दुकानों पर भीड़ लगी रही। वहीं राखी के दामों में 15 से 20 प्रतिशत वृद्धि होने के बावजूद महिलाओं में उत्साह देखा गया। इसी प्रकार बाजार में बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए नई-नई
डिजाइन की राखियां खरीदीं। भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व रक्षाबंधन पर्व पर घरों में परपंरागत रूप से भाईयों की जहां कलाईयां सजी। वहीं बहनों को उनके ख्वाहिश के मुताबिक तोहफे और उपहार मिले। सालभर के इस त्यौहार के लिए बहनों को इंतजार रहता है। वहीं भाई भी बहनों के बीच समय व्यतीत करने के लिए इस पर्व का इंतजार करते हैं। भाई-बहन के प्यार को देखकर जहां घरों के बड़े-बुजुर्गों की आंखें भर आई। वहीं बचपन में बिताए वक्त को भी भाईयों ने बहनों के साथ याद किया। समूचे क्षेत्र में रक्षाबंधन के मौके पर घरों में खुशियां ही खुशियां नजर आई। भाईयों की कलाई सजाकर जहां बड़ी बहनों ने दुलार किया। वहीं बड़े भाईयों ने अपनी छोटी बहनों को आशीर्वाद स्वरूप हर दुख सुख में साथ देने का वचन दिया। जिसमें महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र वार्ड 87 के सरस्वती नगर की क्षेत्रीय श्रद्धा, तपस्या, छवि, आर्या , सुरभि, शोभा आदि बहनों ने अपने भाइयों के राखी बांध का ताउम्र रक्षा का वचन लिया