कुदरत के करिश्मे में में सराबोर मोहम्मद मुस्तकीम असवी का समूचा परिवार
दीनी पढ़ाई के साथ साथ गणित विज्ञान हिन्दी विषयों में हासिल किया महारत
*समय व्यूज संवाददाता हकीम आजाद*
*बलरामपुर*
कहते है कि यदि इरादें बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं। इरादों में जज्बा अटल हो तो पराभव शिखर आरोहण पर दस्तक देते हैं। इरादें नेक और अडिग है तो कुदरत अपने करिश्माई करिश्मे से निः संदेह हौसला अफजाई करता है। बलरामपुर के एक ऐसे परिवार का जिक्र कर रहें हैं जहाँ बौद्धिक पराकाष्ठा सुखद सोपान की हिलोरे ले रही है। जो समाज के लिए एक विस्मयकारी नजीर है।
जी हाँ मोहम्मद
मुस्तकीम असवी का परिवार चर्चाओं के सुर्खियों में है।अहमद सोफी बा सफा हजरत अल्लामा मोहम्मद मुस्तकीम अहमद असवी सरबराहे आला दारुल उलूम फैजाने आसी गॉंव सिराही थाना रींगा जिला सितामढ़ी बिहार ये एक ऐसे सख्तियत हैं जो इस वक्त बलरामपुर में आलिमे दीन फैला रहे हैं और यह परिवार किसी परिचय का मोहताज नही हैं। उन्हें आज जो कुछ नसीब हो रहा है वह अल्लाह ताला की एक नायाब बक्सीश है।मुस्तकीम अहमद असवी अपने
गॉंव व इलाके तथा जिला में बड़े आलिमे दीन से जाने जाते हैं। अब उन्हें लोग बाहर की दुनिया में भी जान रहे हैं। मौलाना मुस्तकीम अहमद असवी ने अपने गॉंव में एक मदरसा कायम कर रहे हैं,ताकि क्षेत्र के बच्चे इल्म हासिल कर सके। मौलाना मुस्तकीम साहब के बेटा और बेटियो ने दीनी तालीम के साथ साथ हिन्दी अग्रेजी गणित विज्ञान का इल्म हासिल कर रही हैं।मौलाना मुस्तकीम साहब के बेटा बेटियो का कहना हैं हम सभी पढ़ लिख जाये गे तो अपने गॉव क्षेत्र में दीन की बाते बताउंगी और लोगो तक पहुचाऊंगी। इनकी अपनी फैमिली में 6 अफ़राद हैं खुद आलिमे बा अमल बीबी नमाजी परहेजगार हैं पहली लड़की उम्र 17 साल डिग्री आलिमा , फाजिला कारिया खतीबा, दूसरी लड़की साफिया मुस्तकीम 15 साल की हैं आलिमा ,कारिया, तीसरी लड़की सलीका मुस्तकीम पढ़ रही हैं चौथा लड़का हैं फैजाने मुस्तकीम 11 साल का हैं जो जामिया अरबिया अनवारुल कुरआन बलरामपुर में अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। तरीका मुस्तकीम आलिमा, कारिया की पढ़ाई कर रही हैं मदरसा हुमैरा बलुहा पुलिस चौकी के पीछे बलरामपुर में दीनी तालीम ले रही हैं। मौलाना मुस्तकीम आसबी साहब के परिवार में सभी आलिमे दीन हैं बहुत कम देखने को मिलता हैं सभी आलिमे दीन हैं खाश तौर पर सभी परिवार जमाते अहले सुन्नत के पाबंद हैं। 25 फ़रवरी 2025 को मदरसा हुमैरा में रिदा पोशी का आयोजन हुआ था और सभी बच्चियो ने नात ए पाक और तक़रीर पेश किया था। उसी रिदा पोशी में लोगो ने बताया की मौलाना मुस्तकीम साहब के सभी परिवार आलिमे दीन और परहेजगार हैं।
संवाददाता हकीम आजाद