Tuesday, September 26, 2023
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द ब्रिटिश इंग्लिश स्पीकिंग इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित किया गया महिला सशक्तिकरण का कार्यक्रम।*

*द ब्रिटिश इंग्लिश स्पीकिंग इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित किया गया महिला सशक्तिकरण का कार्यक्रम।*

*महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और जागरूक करने के लिए परिचर्चा व विभिन्न प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन l*

*आत्मनिर्भर और निर्भीक बनें बेटियां।*
सुहैल आफताब,समय व्यूज,कानपुर।
कानपुर। महिलाओं के मौलिक अधिकार की जागरूकता और उनके सम्मान को लेकर शुक्रवार को बेकन गंज स्थित एहसान मैरिज हॉल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। द ब्रिटिश इंग्लिश स्पीकिंग इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं के मौलिक अधिकार की जागरूकता एवं सम्मान को लेकर चर्चा और महिला सशक्तिकरण पर परिचर्चा व विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महिलाओ के अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अमिता सिंह एडीसीपी महिला अपराध ने कहा कि बेटियों को शिक्षित करना जरूरी है। शिक्षित और आत्मनिर्भर बेटियां और महिलाएं समाज और देश को प्रगति की राह पर अग्रसर कर सकती हैं। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं और बेटियों को 1076 ,1090, 112 के नंबरों की जानकारी दी। कहा कोई भी समस्या होने पर इन नंबरों पर काल करने पर पुलिस हर समस्या के निस्तारण के लिए मौजूद रहेगी। इसलिए किसी भी स्थिति में डरने की कोई जरूरत नहीं है।
आरोग्यधाम की वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक व कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि आरती मोहन ने कहा कि हर महिला को आत्मनिर्भर होना चाहिए। अभिभावक अपनी बेटियों के साथ कोई भेदभाव न करें। जब तक हम सब जागरुक नहीं होंगे तब बेटी बेटो में अंतर समाप्त नहीं हो सकता है। इसलिए महिलाओं को जागरुक होना जरूरी है। एसीपी अनवरगंज सृष्टि सिंह ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानून व पुलिस की मदद लेने के तरीकों के बारे में बताया उन्होंने कहा कि सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं, जहां पर महिलाएं युवतियां अपनी समस्याएं बता सकती है।
संस्था के निर्देशक अलीम अख्तर खान ने कहा कि यह समय की जरूरत है कि बेटियों को भी आगे आने का समान अवसर दिया जाए शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए बेटियां और महिलाएं खुद को आत्मनिर्भर बना सकती हैं शिक्षित और आत्मनिर्भर महिला न केवल अपने परिवार की बल्कि समाज की रीढ़ होती है।
वरिष्ठ होम्योपैथिक डॉक्टर हेमंत मोहन ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं यह वक्त की जरूरत है कि हमें हर कदम पर महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए अभिभावक शिक्षक समाज किसी भी रूप में उनका सहयोग करना चाहिए उनके लिए तरक्की का रास्ता खोलना चाहिए। डॉक्टर हेमंत मोहन ने महिलाओं के लिए उपलब्ध विभिन्न स्वरोजगार के अवसरों की जानकारी दी। इस अवसर पर हुई महिला सशक्तिकरण विषय पर परिचर्चा में शीलिंग हाउस स्कूल की छात्रा अनीमा मोहन ने अपने वक्तव्य से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। संस्था की ओर से अनिमा मोहन, यशी, सृष्टि, जैद, अमित, हसान, स्वीबा, हमना फातिमा समेत 30 बच्चों को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में समाजसेवी पुष्पा मोहन, हाजी अनवारुल हक, मुजाहिद अहमद, आरिफ मार्टिन, आर एन खन्ना, मोहम्मद अदनान आदि रहे। कार्यक्रम की एंकरिंग आमिर, अमित शर्मा, कोमल गुनानी और राखी गुप्ता ने की।

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